एलन मस्क और अमेरिकी NSA से मिले PM Modi Now, जानिए किन मुद्दों पर हुई बात?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुरुवार 13 फरवरी को अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी पहुंचे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता से पहले PM Modi ने दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क और अमेरिकी NSA माइकल वॉल्ट से मिले.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार को अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता से पहले अमेरिकी सरकार के कार्यदक्षता विभाग (डीओजीई) के प्रमुख और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के साथ मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी. मस्क एक्स के भी मालिक हैं.

प्रधानमंत्री ने अपने पोस्ट में बताया कि उन्होंने मस्क के साथ इनोवेशन, स्पेस एक्सप्लोरेशन, आर्टिफिशिलयल इंटेलिजेंस और सस्टेनेबल डेवलपमेंट को लेकर भारतीय और अमेरिकी संस्थाओं के बीच सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि चर्चा के दौरान नई उभरती टेक्नोलॉजी, उद्यमिता और सुशासन में सहयोग को गहरा करने के अवसरों पर भी चर्चा हुई.

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) माइकल वॉल्ट्ज के साथ भी मुलाकात की. इसकी जानकारी भी पीमए मोदी ने एक्स पर देते हुए कहा, अमेरिकी NSA वाल्ट्ज के साथ सार्थक बैठक हुई. वे हमेशा से भारत के बहुत अच्छे मित्र रहे हैं. इस दौरान रक्षा, सुरक्षा, टेक्नोलॉजी और भारत-अमेरिका संबंधों से जुड़ अहम पहलओं पर बात हुई. हमने इन मुद्दों पर शानदार चर्चा की, इसके साथ ही एआई, सेमीकंडक्टर, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में सहयोग की प्रबल संभावनाओं पर बात हुई.

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भारतीय मूल के उद्यमी विवेक रामास्वामी के साथ भी वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में द्विपक्षीय बैठक की. रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल हुए थे. हालांकि, बाद में वे इस रेस से हट गए और ट्रंप का समर्थन किया.

मस्क को चाहिए पीएम मोदी की मदद

दुनिया के सबसे अमीर और सबसे ताकतवर शख्स एलन मस्क को कई मामलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद की दरकार है. मस्क लंबे समय से कुछ छूटों के साथ अपनी इलेक्ट्रिक कारों को भारत के बाजार में उतारना चाहते हैं. लेकिन, भारत सरकार मस्क को कोई भी विशेष छूट छूट नहीं देना चाहती है. इसके अलावा मस्क की कंपनी स्टारलिंक भी भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड के क्षेत्र में उतरना चाहती है. इसके लिए भी मस्क को पीएम मोदी से मदद चाहिए. फिलहाल मस्क के स्टारलिंक राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के चलते अंतिम मंजूरी नहीं मिली है. ऐसे में माना जा रहा है कि मस्क और पीएम मोदी के बीच इन मुद्दों पर भी बात हुई है.

ऊर्जा क्षेत्र में अहम समझौता

राष्ट्रपति ट्रंप ने मीडिया को बताया, हमने ऊर्जा क्षेत्र में एक अहम समझौता किया है, जिससे अमेरिका फिर से भारत के लिए प्रमुख तेल और गैस आपूर्तिकर्ता बनेगा. उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत का शीर्ष ऊर्जा आपूर्तिकर्ता बनना चाहता है, जिससे दोनों देशों की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी.

सबको साफ और सस्ती बिजली मिले

व्यापार के अलावा, भारत और अमेरिका ने ऊर्जा सहयोग पर भी जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत तेल और गैस व्यापार बढ़ाने, रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश करने और परमाणु ऊर्जा में सहयोग मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है. तो वही राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, भारत अपने कानूनों में बदलाव कर रहा है ताकि अमेरिका की एडवांस परमाणु तकनीक भारत में आ सके, जिससे लाखों लोगों को सस्ती और साफ बिजली मिलेगी.

F-35 पर चल रही है बातचीत

पीएम मोदी ने कहा, भारत की सुरक्षा में अमेरिका की अहम भूमिका है. हम मिलकर नई तकनीक विकसित करने, उत्पादन बढ़ाने और रक्षा क्षेत्र में साझेदारी को मजबूत कर रहे हैं. उन्होंने Autonomous Systems Industry Alliance शुरू करने की घोषणा की, जिससे अगले 10 साल में रक्षा सहयोग को नई दिशा मिलेगी. ट्रंप ने यह भी बताया कि भारत को F-35 लड़ाकू विमान देने पर बातचीत चल रही है, जिससे दोनों देशों की सैन्य साझेदारी और मजबूत होगी

डिफेंस, एनर्जी और टेक्नोलॉजी

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अमेरिका के बीच कुछ बेहतरीन ट्रेड डील करने की योजना की घोषणा की, जबकि उन्होंने डिफेंस, एनर्जी और महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी के सेक्टर्स सहित द्विपक्षीय साझेदारी को व्यापक बनाने के लिए एक नया रास्ता तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए पीएम मोदी की मेजबानी की. अपने ओवल ऑफिस में ट्रंप ने मोदी का स्वागत एक लंबे समय के ‘महान मित्र’ के रूप में करते हुए लंबे समय तक हाथ मिलाकर और गर्मजोशी से गले लगाकर किया.

पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले, मैं अपने शानदार स्वागत और आतिथ्य के लिए राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद देता हूं. राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने नेतृत्व में भारत-अमेरिका संबंधों को संजोया है और उन्हें जीवंत बनाया है. जिस उत्साह के साथ हमने उनके पहले कार्यकाल में साथ मिलकर काम किया था, मैंने आज भी उसी उत्साह, ऊर्जा और प्रतिबद्धता का अनुभव किया है.

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